सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित भीमसेन जोशी को सरकार ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित करने का फ़ैसला किया है.
मंगलवार को राष्ट्रपति भवन की ओर से इस आशय की घोषणा की गई.
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है,'' राष्ट्रपति को पंडित भीमसेन जोशी को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा करते हुए हर्ष हो रहा है.''
86 वर्षीय भीमसेन जोशी किराना घराने के महत्वपूर्ण गायक हैं.
उन्होंने 19 साल की उम्र से गाना शुरू किया था और वो पिछले सात दशकों से शास्त्रीय गायन कर रहे हैं.
इस स्वर-साधक ने अपने तप से भारतीय शास्त्रीय संगीत को अनूठी ऊँचाइयाँ दी हैं.
शास्त्रीय संगीत के पंडितों का कहना है कि गायन का जो अंदाज़ भीमसेन जोशी के पास है वो समकालीन भारतीय संगीत में बहुत कम ही लोगों के मिला है.
वर्ष 1922 में जन्मे पंडित जोशी किराना घराने से संबंध रखते हैं.
उन्हें मुख्य रूप से उनके खयाल शैली और भजन के लिए जाना जाता है.
पंडित जोशी का जन्म कर्नाटक के गडक ज़िले के एक छोटे से शहर में हुआ था. उनके पिता एक स्कूल शिक्षक थे.
पंडित जोशी को वर्ष 1999 में पद्मविभूषण, 1985 में पद्मभूषण और 1972 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.
उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.
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