Tuesday, October 7, 2008

मां के खुले नेत्र, काल रात्रि की हुई पूजा


मुजफ्फरपुर, : भगवती की सातवीं शक्तिकाल रात्रि की पूजा से ही नवरात्र पूजा की तीन दिवसीय महापूजा का शुभारंभ हो गया है। सोमवार को शहर की सभी दुर्गा पूजा समितियों में शास्त्रीय विधि विधान से अपराह्न दो बजे पूजा हुई। देवी मंदिरों में भी पानी बरसने के पूर्व तक सुबह तो लंबी कतार लगी थी लेकिन इन्द्र देव की बाधा के बाद भीड़ घरों में सिमट गयी। रविवार को बिल्वा आमंत्रण के बाद आज भगवती के स्वागत में फिर पूजा समितियों ने बेल वृक्ष पर जाकर भगवती के लिए ताजे बेलपत्र तोड़कर लाये। जूरन छपरा पूजा समिति में दो बजे पूरे विधि विधान से भगवती दुर्गा की पूजा हुई और प्रसाद वितरण हुआ। यही क्रम शहर के गोला स्थान दुर्गा पूजा समिति, सरैयागंज, पंकज मार्केट, बनारस बैंक चौक, रामदयालु नगर, अघोरिया बाजार, छाता चौक आदि में जारी रहा, जो शाम तक चलता रहा। गनीमत रही कि इन्द्र देव ने भगवती की पूजा के लिए वर्षा रोक दी। उधर, मंदिरों में भी सुबह वर्षा होने के पूर्व तक काफी भीड़ रही। देवी मंदिर में तो मंदिर द्वार से पानी टंकी चौक तक श्रद्धालुओं की भीड़ थी लेकिन वर्षा के बाद सन्नाटा छा गया। सुबह का दृश्य जरूर बड़ा ही भक्ति मय रहा। सप्तम काल रात्रि की पूजा आराधना में लंबी कतारों के दौरान हाथों में फूल व प्रसाद लिए लोग डटे रहे। रमना स्थित भगवती त्रिपुर सुंदरी गुलाबी परिधान में खूब फब रही थीं। श्रद्धालुओं की जुबान पर भगवती का गुणगान था। यही हाल बगलामुखी मंदिर, सिकंदरपुर स्थित काली मंदिर, नवदुर्गा मंदिर, दुर्गा स्थान, जंगली माई स्थान, दुर्गा स्थान, महामाया स्थान, शाकम्भरी देवी समेत अन्य देवी मंदिरों का रहा।

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